जानकारी ही बचाव है। Know your service regulations. - Jugal Shukla

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Saturday, July 4, 2020

जानकारी ही बचाव है। Know your service regulations.



BANK STAFF MUST KNOW THAT THERE IS RESTRICTION IN ACCEPTING  MONEY FROM FRIENDS /MONEY LENDERS /RELATIVES & EVEN SHOULD NOT BE LEND TOO IN PERSONAL CAPACITY , IGNORANT OF BANK RULES HAVE COST SOME BANKERS ,JUST BECAUSE THEY COULD NOT PROVE THEIR INNOCENCE

निजी उधारी संबंधी बेंक (ग्रामीण बेंक)के नियमो से अज्ञानता के कारण विगत 10 दिनों के अन्दर मैंने 3   अधिकारियों को सस्पेंड होते देखा इसके पूर्व विगत 10 वर्षों में अपने ही बेंक के 5 अधिकारियों को बर्खास्त होते भी देखा हूँ , स्पष्ट कह रहा हूँ की उपरोक्त अधिकारियों ने कोई अपराध नहीं किया है लेकिन क़ानून नहीं जानने की गलती की है

इसलिए जानिये बेंक का नियम क्या कहता है? यही नियम लगभग सभी बेंको में है -------
RRB RULE--
27. Restrictions on lending, borrowings and investments.—

(1) No officer or employee shall, in his individual capacity, -

(i) borrow or permit any member of his family to borrow or otherwise place himself or a member of his family under a pecuniary obligation to a broker or a money lender or a subordinate officer or employee or any person, association of persons, firms, company or institution whether incorporated or not, having dealings with the Bank;

ii) Provided that an officer or employee may give to, or accept from, a relative or personal friend a purely temporary loan of a small amount free of interest or operate a credit account with a bona fide tradesman or make an advance of pay to his private employee:

प्रभावित अधिकारियों द्वारा गंभीर गलतियाँ ---

1) सस्पेंडेड अधिकारियों ने निजी व्यक्तियों से २लाख से लेकर 19 लाख तक की राशि अपनी पत्नी /भाई /पिता के बचत खाते से जो की आरोपी के बेंक में ही थे प्राप्त किये ,इन्होने बेंक के असेट्स और लाईबिलिटीस स्टेटमेंट में उनका उल्लेख तक नहीं किया

2)  5 बर्खास्त अधिकारी में से 4 उनके बचत खाते में प्राप्त की गयी राशि का वास्तविक श्रोत ही नहीं बता पाए , इन्होने भी बेंक के असेट्स और लाईबिलिटीस स्टेटमेंट में उनका उल्लेख तक नहीं किया था

3) 5वे  बर्खास्त अधिकारी के विरुद्ध गुमनाम शिकायत थी की  उसे बेंक के उच्च अधिकारी ने कहा स्वीकार करो की आपने एक पार्टी से 1.50 लाख लिए है ,हम आपको माफ़ कर देंगे ,अधिकारी ने स्वीकारा और बेंक के उच्च अधिकारी ने उसे बर्खास्त करने में देरी नहीं की

4)विगत ३० दिनों में सी आर जी बी के 3 स्टाफ भी क़ानून नहीं जानने की अज्ञानता का शिकार हुए हैं और अब जांच कार्यवाही का सामना कर रहे हैं

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